कराची। पाकिस्तान के कराची शहर में एक किशोर हिंदू युवती का कथित रूप से जबरन धर्मान्तरण कराया गया और उसके बाद एक मुस्लिम व्यक्ति से उसका निकाह करा दिया गया। युवती के परिजनों ने इस मामले की पुलिस में शिकायत दर्ज करायी है। इस युवती का नाम भारती था जिसे अब आयशा नाम दिया गया है। कराची के लयारी इलाके में जबरन धर्मान्तरण और विवाह की इस प्रकार की यह 18वीं घटना है।
युवती के परिजनों ने आरोप लगाया है कि युवती को जबरन इस्लाम कुबूल करवाया गया और एक मुस्लिम युवक से उसका निकाह कर दिया गया। परिजनों ने बगदादी पुलिस थाने में इसकी रिपोर्ट दर्ज करायी है तथा स्थानीय अदालत अब इस मामले की सुनर्वाइ कर रही है। कल अदालत में पेशी के दौरान युवती ने काले रंग का बुरका पहन रखा था और अपने परिजनों के सामने आने पर उसने उनकी तरफ र्कोइ विशेष ध्यान नहीं दिया और न ही देखा।
दी एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने यह जानकारी दी है। उसके पिता नारायन दास ने कहा उस पर यह कहने के लिए दबाव डाला गया है कि उसने अपनी इच्छा से धर्म परिवर्तन किया है क्योंकि ऐसा नहीं करने पर हमें नुकसान पहुंचाया जाता।
पाकिस्तान में हो रही इस तरह की घटनाओं की वजह से अब वहां रह रहे हिंदू भारत में शरण की मांग कर रहे हैं। बहुत से हिंदू पाकिस्तान छोड़ भारत आ गए हैं और भारत की नागरिकता की मांग कर रहे हैं।
युवती के परिजनों ने आरोप लगाया है कि युवती को जबरन इस्लाम कुबूल करवाया गया और एक मुस्लिम युवक से उसका निकाह कर दिया गया। परिजनों ने बगदादी पुलिस थाने में इसकी रिपोर्ट दर्ज करायी है तथा स्थानीय अदालत अब इस मामले की सुनर्वाइ कर रही है। कल अदालत में पेशी के दौरान युवती ने काले रंग का बुरका पहन रखा था और अपने परिजनों के सामने आने पर उसने उनकी तरफ र्कोइ विशेष ध्यान नहीं दिया और न ही देखा।
दी एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने यह जानकारी दी है। उसके पिता नारायन दास ने कहा उस पर यह कहने के लिए दबाव डाला गया है कि उसने अपनी इच्छा से धर्म परिवर्तन किया है क्योंकि ऐसा नहीं करने पर हमें नुकसान पहुंचाया जाता।
पाकिस्तान में हो रही इस तरह की घटनाओं की वजह से अब वहां रह रहे हिंदू भारत में शरण की मांग कर रहे हैं। बहुत से हिंदू पाकिस्तान छोड़ भारत आ गए हैं और भारत की नागरिकता की मांग कर रहे हैं।
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